दरभंगा। बिहार के दरभंगा में एक निजी सडक़ निर्माण कम्पनी के दो इंजीनियरों को अपराधियों ने दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। यह वारदात तब हुआ जब दरभंगा के बहेरी में इंजीनियर सडक़ निर्माण करा रहे थे। तभी मोटर साईकिल सवार बदमाशों ने दोनों को गोली मारकर हत्या कर दी।
मामला दरभंगा जिले के बहेड़ी पुलिस थाने के अंतर्गत शिवरामपुर गांव का है। मारे गए दोनों इंजीनियरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल भेज दिया गया है। निर्माण कम्पनी के मुताबित तीन दिन पहले कम्पनी से रंगदारी मांगी गयी थी और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी थी। पुलिस इस मामले में 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
दरभंगा के बहेरी इलाके में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब एसएच 88 पर बहेरी में गोलियों की आवाज गूंजने लगी। आसपास के लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही दो बाइकों पर सवार चार बदमाश अपना काम कर चुके थे। इन बदमाशों ने एक निज कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर मुकेश कुमार और इंजीनियर ब्रजेश कुमार को गोलियों से छलनी कर दिया। आनन-फानन में दोनों को लहेरियासराय अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
एक चश्मदीद देवेश राठौर के मुताबिक शिवराजपुर में घटना को अंजाम देने दो लोग आए थे। वो लोग अंधाधुंध गोली चला कर वहां से भाग गए। उन्होंने बताया कि मेरे प्रोजेक्ट इंजीनियर और रोडिक को गोली लगी है। दोनों इंजीनियर सडक़ निर्माण से जुड़ी कंपनी में काम करते थे। वारदात के बाद से कंपनी का काम बंद हो गया है। आसपास के लोग ही नहीं पुलिस भी मान रही है कि तीन दिन पहले कंपनी से रंगदारी मांगी गई थी लेकिन कंपनी की तरफ से रंगदारी नहीं दी गई। दहशत का आलम यह है कि कंपनी से जुड़े लोग भी इस मामले में साफ-साफ कुछ कहने से बच रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुकेश पाठक ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया जो उत्तर बिहार के कुख्यात संतोष झा गिरोह का शूटर है। संतोष इस वक्त जेल में है जिसे एसटीएफ ने कोलकाता से गिरफ्तार किया था।
पुलिस उपाधीक्षक दिलनवाज खान ने बताया कि दरभंगा-कुशेश्वर स्थान उच्च पथ पर शिवम चौक के समीप दो मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों द्वारा की गयी गयी अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें निजी कंपनी मेसर्स बीएससीसीएनसी के दो अभियंताओं ब्रजेश कुमार और मुकेश कुमार की मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि गोलीबारी के बाद इन दोनों अभियंताओं को दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने पर वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत लाया हुआ घोषित कर दिया। खान ने लेवी (अवैध राशि वसूली) की मांग को पूरा नहीं किए जाने से दोनों अभियंताओं की हत्या किए जाने की आशंका व्यक्त करते हुए बताया कि मामले की छानबीन जारी है।
उन्होंने बताया कि अज्ञात अपराधियों द्वारा रंगदारी के तौर पर राशि मांग किए जाने की शिकायत उक्त निजी कंपनी द्वारा पांच दिनों पूर्व किए जाने पर निर्माण स्थल पर पुलिस की तैनाती कर दी गयी थी। पुलिस अधीक्षक ए.के. सत्यार्थी ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपाधीक्षक द्वारा छापेमारी की जा रही है। सत्यार्थी घटनास्थल पर कैंप किए हुए हैं।
मामला दरभंगा जिले के बहेड़ी पुलिस थाने के अंतर्गत शिवरामपुर गांव का है। मारे गए दोनों इंजीनियरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल भेज दिया गया है। निर्माण कम्पनी के मुताबित तीन दिन पहले कम्पनी से रंगदारी मांगी गयी थी और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी थी। पुलिस इस मामले में 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
दरभंगा के बहेरी इलाके में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब एसएच 88 पर बहेरी में गोलियों की आवाज गूंजने लगी। आसपास के लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही दो बाइकों पर सवार चार बदमाश अपना काम कर चुके थे। इन बदमाशों ने एक निज कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर मुकेश कुमार और इंजीनियर ब्रजेश कुमार को गोलियों से छलनी कर दिया। आनन-फानन में दोनों को लहेरियासराय अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
एक चश्मदीद देवेश राठौर के मुताबिक शिवराजपुर में घटना को अंजाम देने दो लोग आए थे। वो लोग अंधाधुंध गोली चला कर वहां से भाग गए। उन्होंने बताया कि मेरे प्रोजेक्ट इंजीनियर और रोडिक को गोली लगी है। दोनों इंजीनियर सडक़ निर्माण से जुड़ी कंपनी में काम करते थे। वारदात के बाद से कंपनी का काम बंद हो गया है। आसपास के लोग ही नहीं पुलिस भी मान रही है कि तीन दिन पहले कंपनी से रंगदारी मांगी गई थी लेकिन कंपनी की तरफ से रंगदारी नहीं दी गई। दहशत का आलम यह है कि कंपनी से जुड़े लोग भी इस मामले में साफ-साफ कुछ कहने से बच रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुकेश पाठक ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया जो उत्तर बिहार के कुख्यात संतोष झा गिरोह का शूटर है। संतोष इस वक्त जेल में है जिसे एसटीएफ ने कोलकाता से गिरफ्तार किया था।
पुलिस उपाधीक्षक दिलनवाज खान ने बताया कि दरभंगा-कुशेश्वर स्थान उच्च पथ पर शिवम चौक के समीप दो मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों द्वारा की गयी गयी अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें निजी कंपनी मेसर्स बीएससीसीएनसी के दो अभियंताओं ब्रजेश कुमार और मुकेश कुमार की मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि गोलीबारी के बाद इन दोनों अभियंताओं को दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने पर वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत लाया हुआ घोषित कर दिया। खान ने लेवी (अवैध राशि वसूली) की मांग को पूरा नहीं किए जाने से दोनों अभियंताओं की हत्या किए जाने की आशंका व्यक्त करते हुए बताया कि मामले की छानबीन जारी है।
उन्होंने बताया कि अज्ञात अपराधियों द्वारा रंगदारी के तौर पर राशि मांग किए जाने की शिकायत उक्त निजी कंपनी द्वारा पांच दिनों पूर्व किए जाने पर निर्माण स्थल पर पुलिस की तैनाती कर दी गयी थी। पुलिस अधीक्षक ए.के. सत्यार्थी ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपाधीक्षक द्वारा छापेमारी की जा रही है। सत्यार्थी घटनास्थल पर कैंप किए हुए हैं।